Bihar election अद्भुत है son of mallah कभी modi के लिए प्रचार, अब छोड़ा tejashwi yadav का साथ

खुद को सन ऑफ मल्लाह कहने वाले मुकेश सहनी। फोटो फेसबुक से

बिहार चुनाव (bihar election) में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेतृत्व के महागठबंधन शनिवार को फिर टूट गया। महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेता मुकेश सहनी (mukesh sahani) महागठबंधन (mahagathbandhan) की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (tejashwi yadav) के खिलाफ भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस से नारेबाजी करते हुए निकल गए। सहनी यही नहीं रुके, उन्होंने तेजस्वी के DNA में ही दिक्कत बता दी। वो उनकी पार्टी को मिल रही सीटों से खुश नहीं हैं। आखिर कौन हैं ये मुकेश सहनी?

आज राजद के द्वारा अतिपिछड़ों के पीठ में खंजर मारा गया है।अतिपिछड़ा समाज से होने के कारण राजद ने जो हमारे समाज के साथ…

Posted by Mukesh Sahani on Saturday, October 3, 2020

मुकेश सहनी जाति से मल्लाह हैं। दरभंगा के रहने वाले मुकेश जब 19-20 साल के थे, तब मुंबई की ट्रेन पकड़ ली थी। वहां उन्होंने फिल्म सेट बनाने का कारोबार किया। खूब धन कमाया, लेकिन आत्मा उनकी बिहार की राजनीति में पड़ी थी। बिहार के नेता जयनारायण निषाद के निधन के बाद मल्लाह-निषाद जाति का कोई सर्वमान्य नेता नहीं बचा था, सो मुकेश ने उस जगह पर खुद को देखना शुरू कर दिया।

खुद को सन ऑफ मल्लाह (son of mallah) कहने वाले मुकेश सहनी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी (narendra modi) के लिए प्रचार किया था। 2015 में उन्होंने निषाद विकास संघ बना लिया और खुद उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बन बैठे। बिहार में मल्लाह-निषाद जाति करीब 7 प्रतिशत वोट रखती है। शायद यही कारण था कि 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मुकेश सहनी को स्टार प्रचारक बना दिया, लेकिन अब मुकेश भाजपा पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हैं।

अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए नवंबर 2018 में मुकेश सहनी ने विकासशील इंसान पार्टी (vikassheel insaan party) बना ली। वो राजद के नेतृत्व में महागठबंधन में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव 2019 में उनकी पार्टी को तीन सीटें भी लड़ने को मिल गईं। खगड़िया सीट से वो खुद चुनाव लड़े और हार गए। तब उन्होंने नारा दिया था, माछ-भात खाएंगे, महागठबंधन को जिताएंगे। बिहार के अधिकांश जिलों में उन्होंने माछ-भात भोज भी आयोजित किए।

मुकेश सहनी बिहार के मुख्यमंत्री (CM) और देश के प्रधानमंत्री (PM) बनने की महत्वाकांक्षा रखते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बकायदा ऐलान किया था कि वो एक दिन मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बनेंगे।