रानीवाड़ा से कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे रतन देवासी पर माउंट आबू की महिला होटल कारोबारी ने लगाए बेहद गंभीर आरोप

जयपुर. माउंट आबू में अपना पारिवारिक होटल चलाने वाली कारोबारी मंजू गुरबानी ने कांग्रेस नेता और रानीवाड़ा सीट से विधायक रहे रतन देवासी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंजू ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि माउंट आबू में अपनी राजनीतिक पहुंच का रौब दिखाकर रतन देवासी उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। उसकी और उसके पति की संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने और हथियाने की कोशिश कर रहा है। मंजू का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा है, लेकिन अब तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।
मंजू मुंबई में पढ़ी-लिखी हैं और विवाह के बाद वो माउंट आबू में शांति सदन में रहती हैं। पति के साथ शांति होटल संभालती हैं। मंजू ने कहा कि देश, समाज और सरकारें समानता की बात तो करती हैं, लेकिन राजस्थान में आज भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। वो लंबे समय से वर्ष 2009 से 2013 तक सिरोही जिले की रानीवाड़ा सीट से विधायक रहे रतन देवासी के उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। रतन देवासी विधानसभा में कांग्रेस पार्टी का उप मुख्य सचेतक भी रहा है। मंजू ने गंभीर आरोप लगाया कि पूर्व विधायक उस पर नाजायज शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालता आया है। उसने पूर्व विधायक की शिकायत, लेकिन न प्रशासन से मदद की, न पुलिस ने और न सरकार ने। जब उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करानी चाही तो रतन देवासी ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर मामला दर्ज नहीं होने दिया। इस्तगासे से रिपोर्ट तो दर्ज हुई, लेकिन 354 जैसे संगीन धाराओं के बावजूद पुलिस ने जांच में लापरवाही करते हुए एफआर लगा दी।

मंजू ने रतन देवासी के राजनीतिक प्रभाव के कारण उसके प्रकरण को माउंट आबू से बाहर किसी अन्य जिले में ले जाने की मांग की थी। इस पर पूर्व विधायक भड़क गया और उसके होटल में तोड़-फोड़ करवा दी। मंजू ने आरोप लगाया कि रतन देवासी ने खुद अवैध अतिक्रमण कर रखे हैं, जिसकी शिकायत उसने जोधपुर हाईकोर्ट में की है। इस पर एसडीएम ने टीम का गठन किया और अतिक्रमण तोड़ने के आदेश पारित किए। इस पर देवासी ने पहले तो एसडीएम के खिलाफ ही कोर्ट में मामला दर्ज करवाया और स्टे लेने की कोशिश की, लेकिन हाईकोर्ट ने स्टे न देकर पुनः जांचकर कार्रवाई के आदेश दिए।
मंजू ने बताया कि वो मुंबई में 10 साल तक एक बैंक में मैनेजर रही है। वर्ष 2008 में उसकी सास के निधन के बाद वो माउंट आबू आई और पति के साथ पारिवारिक होटल संभालने लगी। उनके होटल के पास वंदे मातरम होटल और कनक डायनिंग रेस्टोरेंट चलाने वाले रतन देवासी से उसकी मुलाकात वर्ष 2010-11 में हुई, तब वो विधायक था। तब कभी-कभार उसकी रतन देवासी से बातचीत हो जाती थी, लेकिन दो बार रतन देवासी के उसके साथ गलत हरकत करने के बाद उसने दूरी बना ली। तभी से रतन देवासी उसका उत्पीड़न कर रहा है। सिरोही प्रशासन से लेकर राजधानी जयपुर में बैठे अधिकारियों तक वो शिकायत कर चुकी है, लेकिन न्याय नहीं मिल रहा।
अब मंजू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, कांग्रेस के राजस्थान अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।