Pakistan कट्टरपंथी इस्लामी भीड़ के तोड़े मंदिर से चंद दिन पहले हुआ था पुण्य का ये बड़ा काम see video

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पाकिस्तान (Pakistan) में अल्पसंख्यक हिंदुओं (hindu) पर हमले आम बात है। हिंदुओं के मंदिरों (temple) को पिछले 74 सालों से पाकिस्तान में निशाना बनाया जा रहा है। जब भारत का बंटवारा हुआ और पाकिस्तान अलग देश बना, तब वहां हजारों मंदिर थे, लेकिन वर्तमान में बमुश्किल 30 मंदिर शेष बचे हैं, जहां पूजा-अर्चना होती है। बीती 30 दिसंबर को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) में कट्टरपंथी इस्लामी भीड़ ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में हिंदू मंदिर को तोड़ डाला और आग लगा दी। पूरी दुनिया ने मंदिर को तोड़े जाने का वीडियो देखा।

आश्चर्य के बात यह है कि चंद दिन इसी मंदिर से आसपास के मुस्लिम परिवारों को मुफ्त राशन का वितरण किया गया था। पाकिस्तान के यूट्यूबर जगदीश चेलानी ने मंदिर से राशन वितरण का वीडियो शेयर कर यह जानकारी दी। जगदीश के अनुसार 10 लाख पाकिस्तानी रुपयों से अधिक का राशन बांटा गया। उन्होंने यह भी बताया कि राशन जुटाने का पूरा फंड केवल हिंदुओं ने जुटाया था। मंदिर को तोड़ा जाना केवल हिंदुओं का नहीं, बल्कि पाकिस्तान का नुकसान है।

खैबर पख्तूनख्वा के जिस मंदिर को उन्मादी भीड़ ने तहस-नहस किया, उसे 1919 में तब बनाया गया था, जब गुरु श्री परमहंस दयाल वहां विश्राम के लिए ठहरे थे। 1947 में विभाजन के समय आसपास के मुस्लिमों ने मंदिर को बंद करा दिया था, लेकिन 2015 में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के नवीनीकरण के आदेश दिए थे। 22 दिसंबर को ही हिंदू और मुस्लिमों के बीच सहमति बनी थी कि मंदिर का नवीनीकरण एक तय क्षेत्र में ही होगा।

भारत (india) ने मंदिर में तोड़-फोड़ पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी और कूटनीतिक माध्यमों से पाकिस्तान से नाराजगी जाहिर की। वैसे पाकिस्तान के अनुसार मंदिर विध्वंस की घटना में कट्टरपंथी इस्लामी संगठन जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (नेता, रहमत सलमान) से जुड़े 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एफआईआर में 350 लोगों के नाम हैं। हालांकि, पाकिस्तान ऐसे कट्टरपंथियों पर क्या कार्रवाई करेगा, यह तो जगजाहिर है।