भारत कर रहा G20 की मेजबानी PM Modi ने जारी किया LOGO हमारा मंत्र एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत के जी-20 समूह की अध्यक्षता का नया लोगो, थीम और वेबसाइट का बटन दबाकर अनावरण किया। उन्होंने कहा कि हमारा जी-20 मंत्र एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य है। जी-20 समूह की अध्यक्षता का यह नया लोगो, थीम और वेबसाइट का लक्ष्‍य विश्‍व के प्रति भारत का संदेश और प्राथमिकताएं व्‍यक्‍त करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1 दिसंबर से भारत जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा। यह देश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के वर्ष के दौरान जी-20 की अध्यक्षता प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है। जी-20 का ये लोगो केवल एक प्रतीक चिह्न नहीं है। ये एक संदेश है। ये एक भावना है, जो हमारी रगों में है। ये एक संकल्प है, जो हमारी सोच में शामिल रहा है। प्रधानमंत्री ने जी-20 के लोगो में दर्शाए गए कमल के फूल और थीम वसुधैव कुटुम्बकम को लेकर कहा, इस लोगो में कमल का फूल भारत की पौराणिक धरोहर, हमारी आस्था, हमारी बौद्धिकता को चित्रित करता है।

PM unveils logo, theme and website of India’s G20 presidency via video conferencing, in New Delhi on November 08, 2022.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कमल पर सात पंखुड़ियां, विश्व के सात महाद्वीपों और संगीत के सात स्वरों का प्रतिनिधित्व करती हैं। जी-20 दुनिया को सद्भाव में लाएगा। इस लोगो में कमल का फूल भारत की पौराणिक विरासत, हमारी आस्था, हमारी बुद्धि का चित्रण कर रहा है। जी-20 लोगो में कमल का प्रतीक आशा का प्रतिनिधित्व करता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र के जरिए विश्व बंधुत्व की जिस भावना को हम जीतते आए हैं, वो विचार इस लोगो और थीम में प्रतिबिंबित हो रहा है। भारत एक ध्रुवीकृत विश्व को एक साथ लाने के लिए इस अनूठी थीम के साथ जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि विश्व में कोई फर्स्ट वर्ल्ड या थर्ड वर्ल्ड न हो, बल्कि केवल वन वर्ल्ड हो। प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता संकट और अराजकता के समय में मिली है। उन्होंने रेखांकित किया कि दुनिया एक सदी में एक बार की वैश्विक महामारी, संघर्षों और बहुत सारी आर्थिक अनिश्चितता के विनाशकारी प्रभावों से निपट रही है। जी-20 के लोगो में कमल ऐसे कठिन समय में आशा का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि भले दुनिया एक गहरे संकट में है, फिर भी हम इसे एक बेहतर जगह बनाने के लिए प्रगति कर सकते हैं। भारत की संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ज्ञान और समृद्धि दोनों की देवी कमल पर विराजमान हैं। प्रधानमंत्री ने G-20 के लोगो में कमल के ऊपर विराजमान धरती की ओर इशारा किया और कहा कि साझा ज्ञान हमें कठिन परिस्थितियों से उबरने में मदद करता है जबकि साझा समृद्धि हमें अंतिम छोर तक पहुंचने में सक्षम बनाती है। जी-20 का उद्देश्य विविधता का सम्मान करते हुए दुनिया को एक साथ लाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन केवल कूटनीतिक बैठक नहीं है। भारत इसे एक नई जिम्मेदारी और दुनिया के भरोसे के तौर पर लेता है।

2400 डिजाइन्स में चुना LOGO

पहली बार जी-20 देशों की अध्यक्षता करने जा रहा भारत के पास यह जिम्मेदारी एक दिसंबर से लेकर अगले साल 30 नवंबर तक रहेगी। विदेश मंत्रालय ने पहले भारत के आगामी जी-20 की अध्यक्षता के लिए लोगो डिजाइन के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए थे। मंत्रालय को करीब 2400 से अधिक डिजाइन प्रस्ताव मिले। लोगो डिजाइन में अमृतकाल भारत के अगले 25 वर्षों तक यानी 100 साल तक की यात्रा को दर्शाया गया है। इसमें तिरंगे के रंग संयोजन का कलात्‍मक प्रदर्शन किया गया है।

वसुधैव कुटुम्बकम है नया थीम

जी-20 का नया थीम वसुधैव कुटुम्बकम होगा, जिसका मतलब है, एक पृथ्वी-एक परिवार-एक भविष्य, जिसे प्राचीन संस्कृत पाठ महाउपनिषद से लिया गया है। लोगो और थीम मिलकर भारत के जी-20 अध्यक्षता का एक शक्तिशाली संदेश देते हैं, जो दुनिया में सभी के लिए न्यायसंगत और समान विकास के लिए प्रयास कर रहा है। यह थीम पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ और जिम्मेदार नीति-निर्माताओं के साथ-साथ जीवन (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) पर भी प्रकाश डालती है।