Pakistan पशुओं पर क्रूरता में भी topper यहां बच्चे अब नहीं देख पाएंगे इस सबसे बड़े जानवर को

इस्लामाबाद चिड़ियाघर में अपनी विदाई से पहले कावन।

पाकिस्तान (Pakistan) अब हाथीविहीन हो गया है। देश में मौजूद एकमात्र हाथी कावन (elephant kaavan) को कंबोडिया (Cambodia) पहुंचा दिया गया है। 35 वर्षीय कावन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के चिड़ियाघर (Islamabad zoo) में था, लेकिन यहां के हालात बेहद गंभीर होने के कारण कावन समेत दूसरे जानवरों की हालत दिन-प्रति-दिन खराब हो रही थी। अमेरिकन सिंगर और एक्ट्रेस शउर (American singer Cher) ने कावन को पाकिस्तान से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

कावन को 1985 में श्रीलंका (sri lanka) ने पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह जनरल जिया-उल-हक को गिफ्ट में दिया था। 1990 में श्रीलंका से कावन की पार्टनर गैंग्रीन को इस्लामाबाद चिड़ियाघर लाया गया था। 2012 में गैंग्रीन की मृत्यु के बाद कावन अकेला रह गया था। आश्चर्य की बात यह है कि 28 सालों से कावन को जंजीरों से बांधकर रखा गया था। हद तो यह है कि कावन का अंतिम बार हेल्थ चेकअप 2016 में किया गया। पिछले पांच साल से पशु प्रेमियों ने कावन को मुक्त कराने की मुहिम छेड़ी हुई थी।

इस्लामाबाद चिड़ियाघर की हालत इतनी खराब है कि बीती मई में हाईकोर्ट के एक जज ने यहां के सारे जानवरों को कहीं और ले जाने का आदेश दिया था। उसके बाद ऑस्ट्रिया के पशु कल्याण समूह फोर पॉज इंटरनेशनल को कावन, दो भालुओं और तीन भेड़ियों को ले जाने के लिए चुना गया। इसके बाद दुनिया को इस्लामाबाद चिड़ियाघर की असलियत का पता चला था।

अमेरिकन सिंगर शउर को जब कावन की हालत पता चली तो उन्होंने मदद की पेशकश की। वो पाकिस्तान भी आईँ और प्रधानमंत्री इमरान खान से मिलीं। शउर ने कावन को कंबोडिया पहुंचाने का आधा खर्च भी उठाया है। 10 टन वजनी कावन को कार्गो विमान से 10 घंटे की उड़ान भरकर कंबोडिया पहुंचा दिया गया है। कावन के लिए 200 किलोग्राम भोजन भी साथ भेजा गया था, जिसमें केले और तरबूज शामिल थे।

खुशी की बात यह है कि कावन अब कंबोडिया में 80 अन्य हाथियों के साथ रह सकेगा। उम्मीद है कि वो जल्द अपनी नई पार्टनर खोज लेगा।