योगी आदित्यनाथ जी आपके उत्तम प्रदेश में बांस के ढांचे पर झूल रहा विकास see pictures

जुगाड़ कर बांस के ढांचे से बने पुल से गुजरती मोटरसाइकिल। सभी फोटो - शैलेंद्र पांडेय/INPA

बांस के ढांचे पर झूलते ‘विकास’ की यह तस्वीर उत्तर प्रदेश (uttar Pradesh) के उन्नाव जिले (unnao) के बक्सर क्षेत्र की है। गंगा (ganga) और पांडु नदी (pandu river) के बीच ढाई किलोमीटर की जलधारा पर यह टूटा पुल (broken bridge) है, जो आधा दर्जन मजरों (एक मजरे में 15 छोटे गांव) और ग्राम सभा लालाखेड़ा के लिए सेतु का काम करता है। ग्रामीण रोज अपनी जान जोखिम में डालकर पुल को पार करते हैं।

ग्रामीणों के अनुसार वो जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसरों तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। यह पुल जिस भगवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, वहां से विधायक हृदयनाथ दीक्षित (hridaynath dixit) हैं, जो उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हैं।

स्थानीय निवासियों के अनुसार पुल का निर्माण करीब 25 साल पहले पूरा हुआ था, लेकिन 15 साल पहले पांडु नदी में बाढ़ के दौरान पुल का एक हिस्सा बह गया। तब से यह इसी स्थिति में है।

अब पास के ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने पुल के टूटे हिस्से का जुगाड़ बांस लगाकर कर रखा है, लेकिन कुछ-कुछ अंतराल पर यह मरम्मत मांगता रहता है। बरसात के दिनों में यह बह भी जाता है। अक्सर लोग बांस के ढांचे से गिरकर चोटिल हो चुके हैं। कई लोगों के हाथ-पैर टूट चुके हैं। लोगों का कहना है कि यदि यह पुल न हो तो उन्हें करीब 7 किलोमीटर दूर का फेरा लगाना पड़ेगा। इसमें समय और पेट्रोल, दोनों खर्च होंगे।

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव (assembly election) हैं, उम्मीद है योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) सरकार इस टूटे पुल की ओर भी ध्यान देगी और चुनाव से पहले पुल का टूटा हिस्सा बना दिया जाएगा।