London return डॉक्टर की जेब से अलादीन के चिराग के जिन्न ने निकाल लिए 2.5 करोड़ रुपए

अलादीन का चिराग (Aladdin Ka Chirag) मध्य पूर्वी एशिया की परी कथा है। पुस्तक द अरेबियन नाइट्स (the Arabian nights) की कई कथाओं में से एक है। पर्दे पर अलादीन का चिराग और उसके जिन्न को इतनी बार करिश्मा करते दिखाया गया है कि बहुत से लालची लोगों ने इसे सत्य मान लिया है। भले वो पढ़े-लिखे डॉक्टर क्यों न हों? ऐसे ही लालची डॉक्टर को अलादीन का चिराग का झांसा देकर 2.5 करोड़ रुपए ऐंठ लिए गए। किस्सा यूपी के मेरठ (meerut) शहर के खैरनगर इलाके का है।

डॉ. लईक खान ने लंदन (london) से पढ़ाई की है। साल 2018 में डॉ. खान मरीज समीना के संपर्क में आए। समीना बागपत की निवासी है। उसकी सर्जरी हुई थी। कुछ दिनों में मेल-मिलाप ऐसा बढ़ा कि डॉ. खान मरहम-पट्टी करने समीना के घर जाने लगे। समीना के घर डॉ. खान की मुलाकात इकरामुद्दीन से हुई। इकरामुद्दीन ने उन्हें बताया कि उसके पास ऊपरी शक्तियां हैं। उसने डॉ. खान को भरोसा दिला दिया कि वो उन्हें अरबपति बनवा सकता है।

इकरामुद्दीन ने अपने साथी अनीस के साथ मिलकर डॉ. खान को झांसा दिया कि वो अलादीन का चिराग दिला देंगे। डॉक्टर साहब झांसे में ऐसे फंसे कि उन्हें चिराग से जिन्न निकलता दिखने लगा। हालांकि, जब भी डॉ. खान चिराग को घर ले जाने की बात कहते तो इकरामुद्दीन डरा देता कि चिराग को हाथ लगाने से उनके साथ बुरा हो सकता है।

खैर बाद में पता चला कि जिन्न कोई और नहीं, बल्कि इकरामुद्दीन खुद था। वो डॉ. खान की मरीज समीना का शौहर ही निकला। पूरे परिवार ने मिलकर डॉक्टर साहब का उल्लू बनाया और 2.5 करोड़ रुपए ऐंठ लिए।

जब डॉ. खान की आंखों से लालच का पर्दा उठा तो वो पुलिस के पास दौड़े। मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना पुलिस को आपबीती सुनाई। पुलिस ने इकरामुद्दीन, समीना और अनीस को गिरफ्तार कर लिया है। इनसे आर्टिफिशियल चिराग, लकड़ी की खड़ाऊ, पत्थर का टुकड़ा और ठगी के 20,000 रुपए बरामद किए।

ठगी की कहानी, उन सब लोगों के लिए सबक है, जो येन-केन-प्रकारेण अमीर बनना चाहते हैं। उन्हें समझना चाहिए कि अगर अलादीन का चिराग वाकई में होता तो इकरामुद्दीन जैसे ठग खुद पहले अमीर न हो जाता।