दिवाली आपके घर खुशियां लेकर आए। मां लक्ष्मी की कृपा आपके परिवार पर बनी रहे। आपको हम बताते हैं, धनतेरस, रूप चतुर्दशी और अमावस्या तिथियों व समय का विवरण…
धनतेरस
13 नवंबर यानी आज सायं 06:00 बजे तक रहेगी।
सायं 05:00 से रात्रि 10 बजे के मध्य 11 दीपक अवश्य प्रज्वलित करें।
नरक चतुर्दशी
13 नवंबर यानी आज सायं 6:00 बजे से 14 नवंबर यानी कल दोपहर 2:16 बजे तक रहेगी।
सायं 05:15 से रात्रि 09:30 तक दीपक प्रज्वलित करें।
अमावस्या
14 नवंबर को दोपहर 2:17 बजे से आरम्भ हो जाएगी, जो 15 नवंबर की सुबह 10:36 बजे तक रहेगी।
इस अनुसार दिवाली पर्व 14 नवंबर को मनाया जाएगा।
14 नवंबर को श्रेष्ठ पूजन समय
कुम्भ लग्न – दोपहर 12:57 से 14:26 तक
वृष लग्न – सायं 17:30 से 19:27 तक
सिंह लग्न – 23:59 से 02:17 मध्यरात्रि तक
इन उपरोक्त मुहूर्तों के अतिरिक्त भी 14 नवंबर दोपहर 12:57 बजे से 15 नवंबर की प्रातः 04:00 बजे तक कभी भी पूजन किया जा सकता है।
गोवर्धन पूजा अन्नकुट
15 नवंबर को सुबह 10:36 बजे के बाद मनाया जाएगा।। श्री ठाकुर जी को अन्नकूट का भोग धराएं। सायं गाय के गोबर से श्री गिरिराज जी का विग्रह बनाकर विधिवत पूजन सपरिवार करें।
भाई दूज
16 नवंबर को प्रातः 07:06 के उपरांत बहनें अपने भाइयों को तिलक पूरे दिन कर सकती हैं।
प्रस्तुति : आचार्य रजनीश