इस स्तनधारी जीव को रास नहीं आई थी धरती, लौट गई थी पानी में

इनदिनों गंगा में गांगेय डॉल्फिन जमकर अठखेलियां कर रही हैं। देश की नदियों में डॉल्फिन की संख्या की बात करें तो सरकारी आंकड़ा 3700 का है। गांगेय डॉल्फिन की आंखें तो होती हैं, लेकिन ये करीब-करीब अंधी होती है। डॉल्फिन सीटी बजाने वाली एकमात्र जलीय जीव है। यह म्याऊं-म्याऊं से लेकर मुर्गे की तरह आवाज समेत 600 आवाजें निकाल सकती है। अधिकांश लोग इसे मछली मानते हैं, लेकिन यह एक स्तनधारी जलीय जीव है।

यह भी माना जाता है कि पृथ्वी पर डॉल्फिन का जन्म दो करोड़ साल पहले हुआ था। डॉल्फिन ने लाखों वर्ष पूर्व जल से जमीन पर बसने की कोशिश की, लेकिन धरती का वातावरण उसे रास नहीं आया और फिर उसने वापस पानी में ही बसने का मन बनाया। यह पानी के अंदर से 10-15 मिनट रह सकती है, लेकिन सांस लेने ऊपर ही आती है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोजेक्ट डॉल्फिन की घोषणा की है, जो प्रोजेक्ट टाइगर के अनुरूप है।