रईसों की बाइक Harley Davidson के फैसले से मंत्री बाबुल सुप्रियो निराश

हार्ले डेविडसन (Harley-Davidson) ने भारत (india) से अपनी बोरिया-बिस्तर बांधने की तैयारी कर ली है। रईसों की मोटरसाइकिल (motorcycle) हार्ले डेविडसन अपनी बावल (हरियाणा) स्थित अपनी फैक्ट्री को बंद करने जा रही है, यानी अब सबसे महंगी मोटरसाइकिल की भारत में मैन्युफैक्चरिंग नहीं होगी। कंपनी गुरुग्राम (gurugram) के अपने सेल्स ऑफिस के साइज में भी कटौती करेगी। हालांकि, ग्राहकों को कांट्रेक्ट बेस डीलर नेटवर्क (network) के माध्यम से भविष्य में सेवाएं देती रहेगी। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (babul supriyo) ने ट्वीट करके हार्ले डेविडसन के दुःख जताया है। उन्होंने माइक्रो सोशल नेटवर्किंग साइट पर लिखा कि बाइक लवर होने के कारण मैं हार्ले डेविडसन की इस निर्णय से निराश हूं।

पिछले कुछ समय से भारत के दोपहिया वाहनों के मार्केट में गिरावट देखी गई है। खासकर महंगे सेगमेंट की बाइकों को लेने वाले कम हुए हैं। हार्ले डेविडसन 2019-20 में केवल 2500 बाइक ही भारत में बेच पाई है। कोरोना के कारण लॉकडाउन के चलते हो अप्रैल-जून 2020 में कंपनी के केवल 100 बाइक ही बिकीं।

हार्ले डेविडसन ने अपने खर्चों में 75 मिलियन डॉलर की कटौती का मन बनाया है। अब कंपनी अपना पूरा ध्यान अधिक लाभदायक अमेरिकी मार्केट पर लगाएगी। वैसे भारत ही नहीं, कंपनी ने उन देशों को भी छोड़ने का मन बना लिया है, जहां निवेश के अनुरूप मुनाफा नहीं मिल रहा है।

500 सीसी से 1000 सीसी तक की हार्ले डेविडसन की बाइकों की कीमत भारत में 6 लाख रुपए से शुरू होकर 20 लाख रुपए के ऊपर तक हैं। चुनिंदा शहरों में ही हार्ले डेविडसन के शोरूम और सर्विस सेंटर हैं। चंद शौकीन और रईस लोग ही इन बाइकों को खरीदते हैं।