गोवा में जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, सियासी लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है। भाजपा गोवा में डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों के जरिए लोकसभा की दोनों सीटें फतह करने में जुटी है। मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने चुनाव प्रचार की कमान खुद सम्हाल रखी है।
मंगलवार को साउथ गोवा लोकसभा सीट पर प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री जहां एक तरफ कांग्रेस पर हमलावर रहे वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस साल के शासनकाल की उपलब्धियां गिनाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिचौलियों का राज पूरी तरह खत्म कर दिया। अब जनता का हक सीधे उन तक पहुंचता है।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मरकाइम पंचायत हाल में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में बिचौलिए हावी थे। वे जनता का हक मारते थे। कांग्रेस के प्रधानमंत्री राजीव गांधी खुद कहते थे कि जब हम एक रुपया दिल्ली से किसी गरीब को भेजते हैं तो 85 पैसे दलाल और बिचौलिए खा जाते हैं। यह स्थिति तब बदली जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें। प्रधानमंत्री ने बिचौलियों का राज पूरी तरह खत्म कर दिया। आज सरकार डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में सीधे पैसे भेजती है।
सावंत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किया। आज कश्मीर विकास की नई इबारत लिख रहा है। मोदी शासन में ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का करोड़ों भारतीयों का सपना साकार हुआ।
मुख्यमंत्री ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत नागेश मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर और नवदुर्गा मंदिर मडकाई में पूजा अर्चना के साथ की। इस दौरान ऊर्जा मंत्री सुदीन धवलीकर, पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक दिगंबर कामत और साउथ गोवा से भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी पल्लवी डेम्पो भी मुख्यमंत्री के साथ थीं।
एमजीपी कार्यकर्ताओं से मिले मुख्यमंत्री
सावंत ने मडकई में भी जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार गोवा के लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। क्षेत्र में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा, जिससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने पहली बार महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया। पहली बार एमजीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पर खुशी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीए के घटक दल सबका साथ, सबका विकास की संकल्पना के तहत समाज के सभी वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।