पंडित हरप्रसाद पाठक स्मृति साहित्य पुरस्कार समिति के रजत जयंती समारोह में हिंदी साहित्य के रत्नों से सजी ब्रजभूमि

मथुरा. पं. हरप्रसाद पाठक स्मृति साहित्य पुरस्कार समिति का रजत जयंती समारोह भव्यता के साथ संपन्न हुआ। समारोह में पांच विशिष्ट साहित्यकारों को शिखर सम्मान से नवाजा गया। 66 साहित्यकार पुरस्कृत और सम्मानित हुए। तीन कलाकारों को प्रतिभा सम्मान मिला। 18 नव प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन हुआ।
ब्रजभूमि के अमरनाथ गर्ल्स डिग्री कॉलेज, भूतेश्वर के मातृ कृपा प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह के प्रथम सत्र का शुभारंभ कार्यक्रम के अध्यक्ष शिक्षाविद् डॉ. अनिल वाजपेयी, मुख्य अतिथि वरिष्ठ बाल साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी, विशिष्ट अतिथि लखनऊ की वरिष्ठ साहित्यकार स्नेहलता ने मां सरस्वती के साथ पं. हरप्रसाद पाठक, योगीराज पं. श्याम सुन्दर चतुर्वेदी ‘श्याम’, संत ब्रजसंभारी दास और मायादेवी चतुर्वेदी की चित्र छवि पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया। सर्वप्रथम ब्रजकला तारिका सिमरन अरोड़ा की चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित की गई। मां सरस्वती की नृत्यमयी वंदना प्रियंका और गुंजन की टीम ने प्रस्तुत की। समिति का परिचय सचिव डॉ. दिनेश पाठक शशि ने प्रस्तुत किया।
प्रथम सत्र में सर्वप्रथम वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ. अनिल वाजपेयी, ख्यातिप्राप्त साहित्यकार पटना से पधारे वरिष्ठ बाल साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी और लखनऊ से पधारीं वरिष्ठ साहित्यकार स्नेहलता को शिखर सम्मान प्रदान किए गए। लखनऊ से पधारीं डॉ. अमिता दुबे को श्री कीर्ति प्रकाश रस्तोगी-स्मृति पुरस्कार से अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह और 3100 रुपए की धनराशि से पुरस्कृत किया गया।


लखनऊ के साहित्यकार डॉ. आलोक दुबे और अजमेर के डॉ. अखिलेश पालरिया को बाबूलाल जैन दिव्यकीर्ति-स्मृति सम्मान से अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह व 2500 रुपए धनराशि से सम्मानित किया गया। केकड़ी (राज.) की विमला नागला और लखनऊ की नीलम राकेश को पं. हरप्रसाद पाठक स्मृति बाल साहित्य भूषण सम्मान में अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह व 2251 रुपए की धनराशि से नवाजा गया। तदोपरांत अकादमी द्वारा जबलपुर की डॉ. तनूजा चौधरी को श्रीमती माया देवी स्मृति सम्मान, श्रीमती जीरा देवी स्मृति सम्मान कानपुर के रमेश दीक्षित रिषांक को और कथाकार शशि पाठक को श्रीमती सत्यवती स्मृति सम्मान से अलंकृत किया गया। सभी को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह के साथ 2100 रुपए की धनराशि प्रदान की गई।
प्रतिभा जोशी (अजमेर) को धौरादेवी स्मृति सम्मान, रायबरेली के राजेन्द्र बहादुर सिंह राजन को श्री धीरीसिंह धवल स्मृति सम्मान, आगरा के डॉ. राजेन्द्र मिलन को ब्रजकवि श्री रामदयाल रावत ‘दयाल’ स्मृति सम्मान, भोपाल की अनीता सक्सेना व बाराबंकी के प्रताप नारायण मिश्र को शिवनारायण रावत स्मृति पुरस्कार, बुलंदशहर के डॉ. अनूप सिंह, रमेश प्रसून को डॉ. ओमप्रकाश श्रीवास्तव स्मृति पुरस्कार, दिल्ली के राजन पाराशर को श्री चंद्रपाल शर्मा ‘रसिक स्मृति पुरस्कार से अलंकृत किया गया। सभी को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह के साथ 1100 रुपए की धनराशि प्रदान की गई। श्रीमती सत्यवती देवी स्मृति पुरस्कार में मथुरा की संगीता शर्मा को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह के साथ 500 रुपए की धनराशि से पुरस्कृत किया गया।


अजमेर के देशवर्धन सिंह को संत ब्रजसंभारी दास स्मृति सम्मान। डॉ. रमेश आनंद आगरा, श्रद्धा पांडेय गाजियाबाद, खीरी के संत कुमार वाजपेई संत, डॉ. अल्पना वर्मा भोपाल, नीना सिंह सोलंकी भोपाल, उषा सोनी भोपाल को पं. हरप्रसाद पाठक-स्मृति बाल साहित्य श्री से सम्मानित किया गया। डॉ. ब्रह्मानंद शर्मा मथुरा, विमला रस्तोगी दिल्ली, डॉ. गोपाल शरण शर्मा वृंदावन-मथुरा, मोहनलाल मोही वृंदावन-मथुरा, डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी वृंदावन-मथुरा, तेजवीर सिंह ‘तेज’ गोवर्धन, विनोद दीक्षित मथुरा, भोलेश्वर उपमन्यु राया, डॉ. गोपाल प्रसाद ‘गोप’ गोवर्धन, डॉ. धर्मराज मथुरा, राम सिंह ‘साद’ मथुरा, अजय अग्रवाल मथुरा, विनीत मिश्रा मथुरा, रश्मि शर्मा मथुरा, डॉ. सीमा मोरवाल मथुरा, वृंदावन-मथुरा, अटल राम चतुर्वेदी मथुरा, डॉ. आभा पांडेय मथुरा और जगमोहन अग्रवाल मथुरा को पं. हरप्रसाद पाठक स्मृति हिंदी रत्न सम्मान से अलंकृत किया गया। मानवता की सेवा के लिए रक्तदान को सदैव तत्पर रहने वाले और कोरोनाकाल में कई हजार मास्क बंटवाने वाले विनोद दीक्षित को पं. हरप्रसाद पाठक स्मृति विशेष सेवा सम्मान प्रदान किया गया।
मंचासीन अतिथियों ने पं. हरप्रसाद पाठक स्मृति बाल साहित्य पुरस्कार समिति की स्मारिका ‘संस्मृति’ का विमोचन किया। तत्पश्चात आचार्य नीरज शास्त्री की पुस्तक ‘नैतिक बाल कहानियां’, ‘बूझो तो जानें ‘, ‘हिंदुत्व के दिव्य प्रकाश तुलसी और मानस’,’काव्यरस -रंग’ व ‘नव इतिहास रचाना है’, मानव वशिष्ठ की पुस्तक ‘ज्योतिष मार्गदर्शन’ वरिष्ठ साहित्यकार राम सिंह ‘साद’ की दोहा कृति ‘जीवन है अनमोल’, विमला रस्तोगी की ‘दो दूनी चार’, प्रियंका खंडेलवाल की ‘गांव का चिराग’, बुलंदशहर से प्रकाशित बुलंद प्रभा पत्रिका के लता श्री पर केंद्रित विशेषांक व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ के बाल कहानी संग्रह ‘माफ करना पिताजी’, सागरदीप पाठक की आध्यात्मिक कृति ‘अज्ञात’ का विमोचन किया गया।समारोह में शुभ मंगल गीत का गायन न्यास के सचिव डॉ. धनंजय तिवारी द्वारा किया गया। ब्रजकला तारिका सिमरन अरोड़ा द्वारा भरतनाट्यम की सुंदर प्रस्तुति देख दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से प्रेक्षागृह को गुंजायमान कर दिया। मंच संचालन अनुराग मिश्र ने किया। आकाश, अनुपमा, सानिका और राहुल ने डिजिटल सहयोग दिया। उमा सिंह ने साज-सज्जा का दायित्व बखूबी निभाया। जय प्रकाश पचौरी (सादाबाद), गाफिल स्वामी, डॉ. मीनाक्षी श्रीवास्तव, मूलचंद निर्मल, नीरज बेनीवाल, अनुराग मिश्र, डॉ. धनंजय कुमार तिवारी, राहुल प्रजापति, डॉ. सोमकांत त्रिपाठी, रामसेवक, पूनम शास्त्री, अनुज चतुर्वेदी ‘अनुभव’, मानव वशिष्ठ, सुभाष गुप्त, हरिदत्त चतुर्वेदी ‘हरीश’, हर्ष पंडित, सागर पाठक आदि का योगदान विशेष सराहनीय रहा। डॉ.दिनेश पाठक ‘शशि’ ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन दिया।

https://www.youtube.com/watch?v=H8cP3QfbAx4