बिहार (bihar) को आईएएस (IAS) की खान भी कहते हैं। राज्य के कटिहार जिले के कदवा प्रखंड क्षेत्र के कुम्हडी पंचायत में 14 फरवरी 1997 को जन्मे शुभम कुमार (Shubham kumar) ने यूपीएससी (upsc) की वर्ष 2020 की परीक्षा टॉप (top) की है। शुभम कुमार कैसी बहू लगाएंगे, के सवाल पर मां पूनम सिंह कहती हैं कि बेटे की पसंद की बहू होगी। पिता देव आनंद सिंह बीच में बात काटते हुए कहते हैं कि शुभम की पसंद अच्छी ही होगी।
मां पूनम कहती हैं कि बेटा बचपन से मेधावी छात्र था। वो शरारत भी नहीं करता था। बेहद शांत स्वभाव का है। बेटे की सफलता पर मां कहती हैं कि बेटे की सफलता को वर्णन करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। केवल आंखों में खुशी के आंसू हैं। मां पूनम ने दीए जलाकर देवी मां का धन्यवाद दिया। पूरे परिवार का रसगुल्ले खिलाकर मुंह मीठा कराया।
यूबीजीबी बैंक में कार्यरत शुभम कुमार के पिता देव आनंद सिंह ने बताया कि नर्सरी से कक्षा 4 तक स्वामी विवेकानंद शिक्षण संस्थान से पढ़ाई की। कक्षा 6 से 10 तक विद्या विहार परोरा पूर्णिया विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा पास की।
पिता कहते हैं कि चिन्मयानंद मिशन विद्यालय, बोकारो से इंटर पास कर आगे की पढ़ाई पटना और दिल्ली से की। वर्ष 2017 में शुभम आईआईटी बॉम्बे के टॉपर बने। चार माह अमेरिका में प्रशिक्षण लेने के बाद वर्ष 2019 में आईएएस की परीक्षा पासकर 290वीं रैंक हासिल की। शुभम को डिफेंस अकाउंट सर्विस में लिया गया। वर्तमान में शुभम पुणे में प्रशिक्षण ले रहे हैं। शुभम के परिवार में मां पूनम सिंह, चाचा मनी सिंह, चाची मधु सिंह, चचेरा भाई शोभित सिंह, चचेरी बहन अनुष्का सिंह और बहन सुरभि है।
पिता ने खुद भी देखा था आईआईटी का सपना
पिता ने बताया कि उन्होंने खुद आईआईटी का सपना 1983 में देखा था, जिन्हें वे प्राप्त नहीं कर सके। उनका एडमिट कार्ड आज भी उनके पास मौजूद है। उनका अधूरा सपना उनके पुत्र ने आज पूरा कर दिया है।