singhu border किसान धरनास्थल पर लटके मिले दलित युवक को लेकर बड़ा खुलासा social media पर भड़के यूजर्स Modi से पूछ रहे सवाल

किसान आंदोलन (kisan andolan) की आड़ में अराजकता बढ़ती जा रही है। दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर (singhu border) पर शुक्रवार तड़के तो सारी सीमाएं पार हो गईं, जब एक युवक की हत्या कर शव को खुलेआम टांग दिया गया। एफआईआर में खुलासा हुआ है कि मरने वाला युवक पंजाब (Punjab) के तरनतारण (Taran Taran)  जिले का दलित (dalit) युवक लखबीर सिंह (Lakhbir Singh) था। पेशे से वो मजदूर था। उसका न तो कोई आपराधिक रिकॉर्ड या न ही किसी राजनीतिक दल से कनेक्शन मिला है।

कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें निहंग और अन्य लोग युवक के साथ दिख रहे हैं। युवक की टंगी हुई लाश का वीडियो या फोटो तो हम अपने प्लेटफॉर्म पर दिखा भी नहीं सकते हैं, क्योंकि वो बेहद डरावने हैं। निहंग कह रहे हैं कि मरने वाले ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की थी। सोशल मीडिया पर अब यूजर्स पूछ रहे हैं कि केंद्र सरकार कब जागेगी और कब से अराजकता थमेगी। सवाल उठ रहा है कि दोषियों को कब सजा मिलेगी।

लखबीर सिंह को लेकर खुलासा हुआ है कि जब वो मात्र 6 महीने का था, तब हरनाम सिंह ने उसे गोद लिया था। लखबीर के पिता का नाम दर्शन सिंह है। 35 वर्षीय लखबीर तरनतारण जिले के चीमा खुर्द गांव का रहने वाला था। उसके अभिभावकों की मृत्यु हो चुकी है। उसकी पत्नी जसप्रीत कौर अब अलग रहती हैं। उसकी तीनों बेटियां 12 वर्षीय तानिया, दस वर्षीय सोनिया और आठ वर्षीय कुलदीप कौर अपनी मां के साथ रहती हैं। लखबीर की एक बहन राज कौर है, जो विधवा है।

सिंघु बॉर्डर की इस घटना के बाद टिवटर पर तथाकथित किसानों के साथ केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट पर भी निशाना साधा जा रहा है। सिंघु बॉर्डर तो सुबह से ट्रेंड कर रहा है।