INDvAUS कभी सड़क किनारे ठेला लगाने वाले इस खिलाड़ी ने जिताया दूसरा T-20 मुकाबला

विकेट लेने पर टी. नटराजन का उत्साह बढ़ाते विराट कोहली।

टी-20 (T-20) के दूसरे मैच में भारत (india) ने ऑस्ट्रेलिया (INDvAUS) को 6 विकेट से धूल चटाई। मेन ऑफ द मैच का अवॉर्ड हार्दिक पांड्या (hardik pandya) को मिला, लेकिन इसके असली हकदार तो थंगरासू नटराजन (Thangarasu Natarajan) थे। टी. नटराजन ने 4 ओवर में मात्र 20 रन दिए और दो महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। अपनी 24 गेंदों पर उन्होंने एक ही बाउंड्री दी, जो उनके चौथे ओवर की अंतिम गेंद पर लगी। कभी सड़क किनारे चिकन बेचकर गुजारा करने वाले और भूखे पेट सो जाने वाले नटराजन का ऑस्ट्रेलिया (Australia) में डंका बज रहा है।

तमिलनाडु के सेलम में पैदा हुए 29 वर्षीय नटराजन का क्रिकेट (cricket) का सफर संघर्षों से भरा हुआ है। उनका परिवार बेहद गरीब था। पिता की आमदनी कम थी, इसलिए मां को सड़क किनारे चिकन का ठेला लगाना पड़ता। नटराजन भी मां का हाथ बंटाने के लिए ठेले पर काम करते थे। कभी-कभी परिवार को भूखा तक सोना पड़ा। एक समय ऐसा था कि उनके पास न जूते खरीदने के पैसे थे और न बॉल लेने के।

कहते हैं गुरु आपका जीवन बदल देता है। नटराजन की जिंदगी में जब गुरु ए.जयप्रकाश आए तो उनकी जिंदगी बदल गई। जयप्रकाश ने न केवल नटराजन की पारिवारिक स्थिति को सुधारने में मदद की, बल्कि चेन्नई भेजकर उनके क्रिकेटिंग करियर को संवारा शुरू किया।

टी. नटराजन की जिंदगी में बड़ा मोड़ तब आया, जब आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने 2017 में उन्हें 3 करोड़ रुपए में खरीदा। हालांकि, चोटों के चलते वो ज्यादा मैच नहीं खेल सके और उनका प्रदर्शन भी उतना बेहतर नहीं रहा। 2018 में उनकी कीमत गिर गई और उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने मात्र 40 लाख रुपए में लिया।

आईपीएल-2020 (IPL-2020) में नटराजन ने सभी आशंकाओं को दूर कर दिया। उन्होंने टूर्नामेंट में 60 यार्कर फेंकीं। विराट कोहली (virat kohli) और एबी डिविलियर्स जैसे बड़े खिलाड़ियों का विकेट लिया। यही से उनका टीम इंडिया में पदार्पण का मार्ग प्रशस्त हुआ। अपने पहले इंटरनेशनल वनडे में उन्होंने दो विकेट लिए, जबकि पिछले दो टी-20 में वो 5 विकेट ले चुके हैं। जिस तरह से नटराजन खेल रहे हैं, उनके आगे सुनहरा भविष्य है।