एक राजनेता जो पहचानता था हवा का रुख, 7 प्रधानमंत्रियों की कैबिनेट में रहे Ram Vilas Paswan

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रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के लिए कहा जाता था कि वो हवा का रुख जानते हैं, इसलिए हर सरकार में वो मंत्री (minister) रहते थे। राजनीति (politics) के माहिर खिलाड़ी रामविलास पासवान का गुरुवार शाम निधन हो गया। वो पिछले कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे। बेटे चिराग (chirag) ने ट्वीट (tweet) कर पिता के निधन का समाचार दिया। चिराग ने लिखा, पापा अब आप इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं, Miss you Papa सीनियर पासवान नरेंद्र मोदी समेत 7 प्रधानमंत्रियों की कैबिनेट में मंत्री रहे।

5 जुलाई 1946 को खगड़िया (Bihar) के दलित परिवार में जन्मे रामविलास पासवान का 1969 में बिहार पुलिस में बतौर डीएसपी (DSP) सलेक्शन हो गया था, लेकिन उनकी किस्मत में राजनीति लिखी थी। नौकरी करने के बजाय उन्होंने बिहार विधानसभा का संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता। 1974 में वो लोकदल के महासचिव बन गए। 1975 में इमरजेंसी के दौरान पासवान जेल भी गए।

1977 में पासवान के जीवन में तब नया मोड़ आया, जब उन्होंने लोकसभा चुनाव में हाजीपुर सीट से सर्वाधिक अंतर से जीत का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। 1980 और 1984 में फिर वो इसी सीट से निर्वाचित हुए। 1983 में उन्होंने दलित सेना बनाई, हालांकि बाद में इसका नाम Scheduled Caste सेना कर दिया।

1989 से पासवान की राजनीति में नया मोड़ आया। हाजीपुर सीट पर उन्होंने सबसे अधिक मार्जिन से चुनाव जीतकर अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ा और पहली बार वीपी सिंह सरकार में केंद्रीय श्रम मंत्री बने। फिर रेलवे जैसा बड़ा विभाग उन्हें मिला। वो अटल सरकार में भी मंत्री रहे और यूपीए सरकार में भी। 31 साल में वो केवल पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री नहीं रहे।

2014 के चुनाव से पहले रामविलास पासवान ने फिर हवा के रुख को देखा और एनडीए संग हो लिए। पिछले छह साल से वो मोदी कैबिनेट में शामिल थे। वैसे कुछ सालों से पार्टी की कमान उन्होंने बेटे चिराग पासवान को दे रखी थी, जो खुद दूसरी बार सांसद बने हैं। वर्तमान में रामविलास पासवान राज्यसभा सदस्य थे।

जहां तक रामविलास पासवान के निजी जीवन की बात है तो उन्होंने पहला विवाह 1960 में राजकुमारी देवी से किया था, जिनसे उन्हें दो पुत्री उषा और आशा हैं, लेकिन 1981 में उन्होंने राजकुमार देवी से तलाक ले लिया। 1983 में रामविलास पासवान ने रीना शर्मा से विवाह रचाया, जिनसे एक पुत्री और पुत्र चिराग पासवान है।

रामविलास पासवान के निधन से बिहार की राजनीति में एक वैक्यूम पैदा हो गया है। अंबेडकर के अनुयायी पासवान को दलितों के मसीहा के तौर पर जाना जाएगा।