CRIH ने 100 दिन में राजस्थान में 8000 हजार का किया इलाज

CRIH ने 100 दिन में राजस्थान में 8000 हजार का किया इलाज

जयपुर। आयुष मंत्रालय ने केंद्र सरकार के 100 दिनों में केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद ‌द्वारा की गई जन स्वास्थ्य पहलों से राजस्थान में 8000 हजार से अधिक और देशभर में 7 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। यह जानकारी केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान (CRIH), जयपुर की प्रभारी अधिकारी डॉ.निधि महाजन ने संवाददाता सम्मेलन में दी। डॉ. निधि महाजन ने बताया कि संस्थान एनएबीएच प्रवेश स्तर प्रमाणित है और एनएबीएच मानकों के अनुसार सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रख रहा है।
अनुसंधान अधिकारी डॉ. आशीष महाजन ने सीसीआरएच के परिधीय संस्थान सीआरआईएच, जयपुर की उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्थान में इग पूविंग प्रोग्राम के साथ-साथ चार नैदानिक अनुसंधान अध्ययन किए जा रहे हैं और दो अनुसंधान अध्ययन जल्द ही शुरू किए जाने हैं। संस्थान में सामान्य ओपीडी, विशेष ओपीडी सेवाएं (त्वचा रोग, ईएनटी, मातृ एवं शिशु क्लिनिक, स्मेटोलॉजी) और प्रयोगशाला सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। पिछले 100 दिनों में 8000 से अधिक रोगियों को इन सेवाओं से लाभ मिला है।
अनुसंधान अधिकारी डॉ. उत्तम सिंह ने बताया कि अनुसंधान प्रशिक्षण के लिए विभिन्न कॉलेजों और विश्ववि‌द्यालयों के साथ 12 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सीसीआरएच को एक पेटेंट प्रदान किया गया है। सीसीआरएच के तहत एक संस्थान एनएबीएच प्रमाणित हो गया है। इसके एक अन्य संस्थान की प्रयोगशाला एनएबीएल प्रमाणित हो गई है। यह पहल गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सीसीआरएच द्वारा कई पब्लिक हेल्थ कार्यक्रम भी संचालित किए जा रहे हैं।
एम.एस. क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, जयपुर के सहायक निदेशक डॉ. बी.आर. मीना ने बताया कि आयुष उपचार को मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवा में शामिल करने के लिए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत आयुर्वेदिक पैकेजों को शामिल करने के लिए एक समीक्षा करने के लिए आयुष मंत्रालया द्वारा बैठक बुलाई गई। इसके तहत 170 पैकेजों को अंतिम रूप दिया गया है। आवश्यकता के अनुसार इस संख्या को बढ़ाई जा सकती है। अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 1489 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (आयुष) का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। इनमें से 1005 आयुष आरोग्य मंदिरों (आयुष) को आयुष प्रवेश स्तर प्रमाणन (एईएलसी) के लिए प्रमाणित किया गया है।