कर्नाटक का सिंघम : पिछले साल उतारी थी खाकी, अब पहना भगवा

कर्नाटक का सिंघम यानी पूर्व आईपीएस के. अन्नामलाई मंगलवार को भाजपाई हो गए। किसी आईपीएस के लिए राजनीति में एंट्री कोई नई बात नहीं है। फिर भी अन्नामलाई की चर्चा जोरों पर है। थोड़ी बात अन्नामलाई की पारिवारिक पृष्ठभूमि की कर लेते हैं। तमिलनाडु के करूर जिले में पैदा हुए और 2011 बैच के आईपीएस अन्नामलाई ने पिछले साल मई में पुलिस सेवा छोड़ दी थी। मात्र नौ साल सर्विस में रहने के बावजूद उनके चर्चे पूरे कर्नाटक में थे। किसान परिवार से आने वाले 36 वर्षीय अन्नामलाई ने जब त्याग पत्र दिया, तब वे बेंगलूरु (साउथ) के पुलिस उपायुक्त थे। वे उडुपी जिले के कारकला के सहायक पुलिस अधीक्षक, उडुपी और चिकमंगलूर के पुलिस अधीक्षक भी रहे।

इंजीनियरिंग के बाद अन्नामलाई ने आईआईएम, लखनऊ से मैनेजमेंट की पढ़ाई की, लेकिन कॉरपोरेट में जाने के बजाय पुलिस सेवा में शामिल हो गए। कर्नाटक में सेवा के दौरान उनका रुझान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ बढ़ा। चिकमंगलूर में सेवारत रहने के दौरान वे भाजपा विधायक और वर्तमान में कर्नाटक सरकार में मंत्री सी.टी.रवि के करीब आ गए थे। संघ की विचारधारा से करीब से परिचय सी.टी. रवि ने ही अन्नामलाई को कराया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक अन्नामलाई ने पिछले साल नौकरी छोड़ने के बाद वी द लीडर्स फाउंडशन बनाया था। साइकिलिंग, पर्वतारोहण, विश्व और भारतीय इतिहास में रुचि रखने वाले अन्नामलाई अगले साल उनके गृह राज्य तमिलनाडु में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से मोर्चा लेंगे। ये बात और है कि तमिलनाडु में भाजपा का अस्तित्व ना के बराबर है।