बातें सुन न ले गहलोत गुट, इसलिए पायलट गुट के तीन विधायकों ने अपनायी बंद लिफाफा ट्रिक

राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन को फीडबैक देते विधायक। साथ बैठे हैं डोटासरा।

राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन के फीडबैक कार्यक्रम में सचिन पायलट गुट के तीन विधायकों ने बंद लिफाफे में सुझाव देकर फिर से राजनीति गरमा दी है। सीकर जिले के इन तीन विधायकों पूर्व स्पीकर व वर्तमान में श्रीमाधोपुर से विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी और दांतारामगढ़ से विधायक वीरेंद्र सिंह ने माकन की फीडबैक बैठक में खुलकर बोलने से परहेज किया। शेखावत और मोदी बगावत के समय पायलट गुट की बाड़ेबंदी में थे।

दरअसल, इन तीनों ही विधायकों का पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से समन्वय नहीं है। इसका पहला कारण सीकर कांग्रेस की अंदरुनी सियासत है। यही कारण था कि ये तीनों सबके सामने अपनी बात खुलकर नहीं रखना चाहते थे। इस घटनाक्रम ने फीडबैक कार्यक्रम के तरीके और इसकी खामियों को भी सामने ला दिया है। सूत्रों के मुताबिक ये तीनों विधायक नहीं चाहते थे कि माकन को दिया जाने वाला फीडबैक डोटासरा को पता चले, क्योंकि डोटासरा अशोक गहलोत गुट के हैं।

फीडबैड बैठक में सीकर जिले के फतेहपुर से कांग्रेस विधायक हाकम अली ने कहा कि कांग्रेस को गांव ढाणी में ढूंढना होगा। हमें गांव ढाणी तक जाकर पार्टी और सरकार के कामकाज का प्रचार करना होगा। सरकार किसानों और आम उपभोक्ताओं की बिजली की बढ़ी दरें कम करें, क्योंकि हमने घोषणा पत्र में किसानों की बिजली दरें न बढ़ाने का वादा किया था।