Bharat bandh के बीच arvind kejriwal हुए गायब twitter पर दिल्ली पुलिस bjp आम आदमी पार्टी भिड़ी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। फाइल फोटो

केंद्र सरकार (central govt) के तीन कृषि कानूनों (3 farmers law) को 23 नवंबर को ही दिल्ली (delhi) में लागू कर चुके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (cm arvind kejriwal) किसानों के कंधे का अलग ही अंदाज में सहारा ले रहे हैं। किसानों के एक वर्ग के मंगलवार को भारत बंद के आह्वान को केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (aam aadmi party) ने समर्थन दिया। केजरीवाल सोमवार को खुद दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बार्डर (sindhu border) पर किसानों के बीच पहुंचे थे, लेकिन मंगलवार सुबह से आम आदमी पार्टी ने राग अलापना शुरू कर दिया कि केजरीवाल को दिल्ली पुलिस (delhi police) ने सिंधु बार्डर से लौटने के बाद से हाउस अरेस्ट कर लिया है।

दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। दिल्ली पुलिस ने बयान जारी करके कहा कि मुख्यमंत्री के आने-जाने पर कोई रोक नहीं है। मुख्यमंत्री ही नहीं, आसपास रहने वाले सभी लोग कहीं भी आने-जाने के लिए स्वतंत्र हैं।

भाजपा नेता और कभी केजरीवाल के सहयोगी रहे कपिल मिश्रा (kapil mishra) ने तो एक वीडियो जारी किया, जिसमें सोमवार रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक शादी में जाते सीसीटीवी कैमरे में दिख रहे हैं। कपिल ने कहा, केजरीवाल घर से निकलने से डर रहे हैं, क्योंकि बाहर पूरी दिल्ली खुली है। घर से निकलेंगे तो सारी मार्किट और ट्रैफिक से भरी सड़कों के साथ उनकी छीछालेदर होगी। इसलिए दिल्ली पुलिस पर हाउस अरेस्ट का झूठा इल्जाम लगा रहे हैं।

दिल्ली पुलिस के स्पष्टीकरण के बावजूद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोसिया (deputy cm manish sisodia) कह रहे हैं कि सीएम निवास के पास कई विधायक खड़े हैं। पुलिस अंदर नहीं जाने दे रही है। फिर भी पुलिस झूठ बोल रही है कि कोई हाउस अरेस्ट नहीं है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों को जेल में डालने के इनके मंसूबे नाकामयाब कर दिए थे, अब इनको डर है कि कहीं वो किसानों के बंद को समर्थन देने न निकल पड़ें।

अब यह तो जनता को ही फैसला करना है कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी झूठ बोल रही है या दिल्ली पुलिस। स्वयं सीएम केजरीवाल की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं आया है। सवाल यह है कि क्या दिल्ली पुलिस ने उनका मोबाइल फोन भी ले लिया है।