मैं घायल और तनाव में हूं। जो हुआ, वो निराशाजनक है। मैं उद्धव ठाकरे से कहना चाहता हूं कि अगर कानून और व्यवस्था को नहीं संभाल सकते तो त्यागपत्र दे दो। लोगों को तय करने दो कि कौन इन्हें संभाल सकता है। ये कहना है पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा का। वॉट्सएप पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कार्टून शेयर करने पर शुक्रवार को कुछ शिवसेना कार्यकर्ताओं ने घर से बाहर बुलाकर मदन शर्मा पर हमला किया था। (आपकी जानकारी के लिए बता दूं, शिवसेना के संस्थापक बालठाकरे खुद के कार्टूनिस्ट थे)। 66 वर्षीय मदन शर्मा की एक आंख, चेहरे और पीठ में चोटें आई हैं। हद तो यह हुई कि इस बर्बर हमले के बाद दो पुलिस वाले मदन शर्मा के घर उन्हें आईटी एक्ट में गिरफ्तार करने पहुंच गए। जिन आरोपियों को सीसीटीवी कैमरे ने कैद किया, उन्हें थाने से ही जमानत दे दी गई।
शनिवार दोपहर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फोन पर मदन शर्मा से बातचीत की। राजनाथ सिंह ने पूर्व नौसेना अधिकारी का हालचाल जाना और मुंबई में हुई इस गुंडागर्दी की कड़ी भर्त्सना की। उन्होंने ट्वीट किया कि पूर्व सैनिकों पर इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे और यह अपमानजनक हैं। इस घटना में फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की दुहाई देने वालों की चुप्पी आश्चर्य में डालने वाली है। न तो बॉलीवुड और न ही खुद को बुद्धिजीवी कहने वाले अन्य लोगों ने घटना पर मुंह खोला है। इसी चुप्पी पर वरिष्ठ पत्रकार एल.पी. पंत ने कटाक्ष किया कि वॉट्सएप पर रिटायर्ड नेवी अफसर मदन शर्मा ने सीएम ठाकरे का कार्टून फॉरवर्ड किया..शिवसैनिकों ने पीटा, आंख फोड़ने की कोशिश..हमारे प्रतिष्ठित प्रगतिशील मित्रो…चुप्पी के रोमांच से बाहर निकलिए…शिव सेना के गुंडों का विरोध कीजिए..प्रतिष्ठाएं ध्वस्त हो रही हैं…!!!
मुंबई की इस घटना पर महाराष्ट्र की महा विकास अगाड़ी सरकार में गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी भी चुप हैं। उल्टा टेलीविजन चैनलों पर शिवसेना की ढाल बनते दिख रहे हैं। यही नहीं, महाराष्ट्र पुलिस इससे भी आगे बढ़ते हुए कोलकाता एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने पहुंच गई, जिसने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री ठाकरे और शिवसेना सांसद संजय राउत को तथाकथित धमकी दी थी।