बारिश की बूंदों की खेती करता एक बुजुर्ग

डॉ. शेखर राघवन को तमिलनाडु का रेन मैन कहा जाता है। चेन्नई स्थित रेन सेंटर के डायरेक्टर 72 वर्षीय डॉ. राघवन ने घर-घर जाकर आमजन को बारिश का पानी जमा करने लिए मनाया है। उन्हें तमिलनाडु में रेन हार्वेस्टिंग को मुहिम का रूप देने के लिए भी जाना जाता है। डॉ. राघवन बताते हैं कि उन्होंने 1995 में घर-घर जाकर लोगों को रेन हार्वेस्टिंग से जोड़ने के अभियान के साथ अपने सफर की शुरुआत की थी। उन्होंने अनेक परिवारों की सिस्टम लगाने में मदद की। डॉ. राघवन के प्रयासों से साल 2002 में आकाश गंगा ट्रस्ट ने चेन्नई में रेन वॉटर सेंटर शुरू किया, जिसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता के हाथों हुआ था।
हाल में उनके रेन सेंटर ने भू-जल स्रोतों के किफायती उपयोग के लिए नई पहल प्रारंभ की है, जिसके तहत समाजसेवा से जुड़ी संस्थाओं को अपने परिसरों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस उम्र में भी डॉ. राघवन स्कूलों में जाकर छात्रों को वर्षाजल बचाने के फायदे बताते हैं। तमिलनाडु सरकार ने उनके प्रयासों को सराहा और उन्हें अपने साथ शामिल किया। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी डॉ. राघवन को फोन लगाया और रेन हार्वेस्टिंग पर चर्चा की। जलशक्ति मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि चेन्नई आने पर वे उनसे जरूर मिलेंगे। उनके कार्यों को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।