गांधी जयंती पर PM Modi करेंगे जल जीवन मिशन ऐप का शुभारंभ App बढ़ाएगा जागरुकता लाएगा पारदर्शिता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)  की जयंती (2 अक्टूबर) पर ग्राम पंचायतों और पानी समितियों/ग्राम जल व स्वच्छता समितियों (वीडब्ल्यूएससी) से जल जीवन मिशन (jal jeevan mission) को लेकर बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री मिशन को लेकर जागरुकता बढ़ाने, योजनाओं में अधिकाधिक पारदर्शिता और उत्तरदायित्व कायम करने के उद्देश्य से जल जीवन मिशन ऐप का शुभारंभ भी करेंगे। वो राष्ट्रीय जल जीवन कोष की भी शुरुआत करेंगे, जहां कोई व्यक्ति, संस्था, कंपनी अथवा समाजसेवी, चाहे भारत अथवा विदेश में हों, वे प्रत्येक ग्रामीण परिवार, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, आश्रमशाला और अन्य सार्वजनिक संस्थाओं में नल-जल कनेक्शन प्रदान करने में मदद करने के लिए योगदान कर सकते हैं।

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (gajendra singh shekhawat) ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम-स्वराज के विजन के साथ देशभर में ग्राम सभा का आयोजन और जल जीवन मिशन के तहत पानी समितियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संवाद कार्यक्रम सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक आयोजित होगा। दिन में जल जीवन मिशन पर राष्ट्रव्यापी ग्राम सभाएं भी आयोजित की जाएंगी। ग्राम सभाओं में ग्रामीण जल आपूर्ति प्रणालियों की योजना और प्रबंधन के विषय में चर्चा की जाएगी। दीर्घकालिक जल सुरक्षा की दिशा में कार्य भी किया जाएगा।

शेखावत ने बताया कि पानी समितियां ग्रामीण जल आपूर्ति प्रणालियों की योजना, कार्यान्वयन, प्रबन्धन, संचालन और रख-रखाव में प्रमुख भूमिका निभाती हैं। इनके माध्यम से प्रत्येक परिवार को नियमित और दीर्घकालिक तौर पर स्वच्छ नल-जल उपलब्ध कराया जाता है। कुल 6 लाख से अधिक गांवों में से लगभग 3.5 लाख गांवों में पानी समितियां/वीडब्ल्यूएससी गठित की गई हैं। फील्ड टेस्ट किट्स के इस्तेमाल से जल की गुणवत्ता की जांच करने के लिए 7.1 लाख से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। तब केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के पास नल-जल आपूर्ति की सुविधा थी। कोविड-19 महामारी के बावजूद पिछले दो वर्षों मंष 5 करोड़ से अधिक परिवारों को नल-जल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। अब तक लगभग 8.26 करोड़ (43 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के लिए उनके घरों में नल-जल की आपूर्ति की जा रही है। देश के 78 जिलों, 58 हजार ग्राम पंचायतों और 1.16 लाख गांवों में प्रत्येक परिवार को नल-जल आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अब तक 7.72 लाख (76 प्रतिशत) स्कूलों तथा 7.48 लाख (67.5 प्रतिशत) आंगनवाड़ी केंद्रों में नल-जल आपूर्ति की सुविधा प्रदान की गई है।