न जंगल न पहाड़ फिर कहां से ghaziabad की घनी आबादी में घुस आया ये खूंखार जानवर

न जंगल, न पहाड़, फिर घनी आबादी के गाजियाबाद (ghaziabad) शहर में कहां से तेंदुआ (leopard) आ गया? यह सवाल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (national capital delhi) से सटे यूपी (up) के इस शहर के हर व्यक्ति के मन में घूम रहा है। वीआईपी कॉलोनी राजनगर में मंगलवार सुबह सीसीटीवी कैमरे में तेंदुआ कैद हुआ तो दहशत मच गई। देर रात तक तेंदुए को पकड़ा नहीं जा सका था।

गाजियाबाद जैसे शहरों में तेंदुआ आना अनोखी बात है, क्योंकि आसपास कहीं भी इस जंगली जानवर की रिहाइश नहीं है। जो तेंदुआ कैमरे में कैद हुआ, वो आकार में छोटा लग रहा है। निश्चित ही इसकी उम्र 4-5 साल से ज्यादा नहीं होगी। जिस घर के सीसीटीवी में ये तेंदुआ कैद हुआ, उस घर की महिला ने इसे शेर समझकर शोर भी मचाया, लेकिन तेंदुआ आगे निकल गया।

दिल्ली के दूसरे कोने पर स्थित गुड़गांव में जरूर अक्सर अरावली पहाड़ियों से तेंदुए शहर में आ जाते हैं। 2017 में हरियाणा के पलवल शहर में घंटों तेंदुए ने लोगों को दहशत में रखा था। एक घर के अंदर भागते तेंदुए की वीडियो सामने आई थी।

लॉकडाउन के दौरान इस साल जुलाई में जयपुर (jaipur) के बीच शहर में एक तेंदुआ घूस आया था। इसने भी घंटों वन विभाग की टीम को छकाया था। वैसे जयपुर के बाहरी इलाकों में तेंदुआ निकलना कोई अनोखी घटना नहीं है। यहां अक्सर ये जानवरी विचरण करता दिख जाता है। अरावली पहाड़ियों से घिरे जयपुर के झालाना वनक्षेत्र में तो कई तेंदुए रहते हैं।