Ghaziabad 5 साल पहले थी bike आज बड़ा बंगला महंगी cars ऐसी है 25 मौतों के जिम्मेदार अजय त्यागी की lifestyle

गिरफ्तारी के समय अजय त्यागी।

गाजियाबाद जिले (Ghaziabad) के मुरादनगर (muradnagar) में 25 मौतों का दोषी ठेकेदार अजय त्यागी (ajay tyagi) आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने उस पर 25 हजार का ईनाम घोषित किया था। भ्रष्टाचार (corruption) की सीढ़ी चढ़कर करोड़पति बने अजय त्यागी की कहानी कुछ खास पुरानी नहीं है। उसे जानने वाले लोगों की मानें तो पांच साल पहले उसके पास केवल मोटरसाइकिल होती थी। आज आलीशान बंगला और महंगी कारें हैं। बड़े-बड़े होटलों में वो पार्टी दे रहा था। अजय त्यागी के बंगले के पास उसके बोर्ड पर बड़ी चतुराई से भाजपा के आधिकारिक झंडे के रंगों का इस्तेमाल किया गया है, ताकि भ्रम बनाया जा सके।

जानकार बताते हैं कि गाजियाबाद में सभी ठेकों में अधिशासी अधिकारी (ईओ) का 35-40% कमीशन (commission) फिक्स रहता है। निर्माण, बिजली और जलकल विभाग, यहां तक स्वच्छता के नाम पर कमीशन का खेल चलता है। हद तो यह है कि जब दुर्घटना होती है, कुछ दिन चर्चाएं चलती हैं और फिर सब भूल जाते हैं, लेकिन पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिल पाता।

ठेकेदार अजय त्यागी, ईओ निहारिका चौहान, जेई चंद्रपाल सिंह और सुपरवाइजर आशीष भले गिरफ्तार हो गए हों, लेकिन स्थानीय लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचारियों ने श्मशान घाट तक को नहीं बख्शा। हद तो यह है कि मुरादनगर में श्मशान घाट की जो गैलरी गिरी, उसका ठेका 55 लाख रुपए का था और निर्माण की जांच किए बगैर अजय त्यागी को 35 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया।  

मुरादनगर नगर पालिका में सत्ताधारी भाजपा (bjp) काबिज है और पालिका अध्यक्ष विकास तेवतिया हैं। हादसे के बाद तेवतिया अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं। वो कह रहे हैं कि जांच का काम ईओ और इंजीनियर का था, वो दोषी हैं, मैं नहीं।

मुरादनगर श्मशान की घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi adityanath) बेहद नाराज बताए जा रहे हैं। मृतक आश्रितों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा, आवास और एक परिजनों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा हुई है, लेकिन जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उन्हें सच्चा न्याय तभी मिलेगा, जब भ्रष्टाचारियों को सख्त सजा मिलेगी।