दुर्घटनास्थल पर मिले Cockpit Voice और Flight Data Recorder अब पता चलेगा कैसे हुआ chopper crash

INDIA-DEFENCE-ACCIDENT

भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के Mi-17V5 हेलिकॉप्टर का कॉकपिट वॉयस (Cockpit Voice) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (Flight Data Recorder) गुरुवार की सुबह दुर्घटना स्थल पर की गई खोज के दौरान मिला है। इससे पहले जांच टीम ने तलाशी का दायरा बढ़ा दिया था। ऐसे में आखिर ब्लैक बॉक्स में क्या है? उसमें क्या राज छुपे हुए हैं? ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा बता सकता है।
भले ही इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, लेकिन उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में रंगा जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट की एक्टिविटी को रिकॉर्ड करता है। सेना ने दुर्घटनास्थल के पूरे क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया है और इलाके के लोगों और बाहरी लोगों को उस जगह पर जाने की अनुमति नहीं है।
वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी और वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार सुबह दुर्घटनास्थल का दौरा किया। सूत्रों के मुताबिक कॉकपिट वॉयस और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की जांच से दुर्घटना के बारे में जानकारी मिलेगी।
गौरतलब है कि बुधवार को नीलगिरी के कैटरी में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 रक्षा कर्मियों के साथ हेलिकॉप्टर से कोयंबटूर (Coimbatore) के पास वायु सेना स्टेशन, सुलूर से डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी), वेलिंगटन जा रहे थे।

धुंध में गायब होते एक हेलिकॉप्टर का वीडियो आया सामने
सूत्रों ने कहा कि दुर्घटना की जांच के लिए और वरिष्ठ रक्षा कर्मियों के साइट पर जाने की उम्मीद है। इस बीच, एक हेलिकॉप्टर का पहाड़ियों में धुंध में गायब हो जाने का एक वीडियो, जिसे कथित तौर पर कैटरी में एक पर्यटक द्वारा शूट किया गया था, दुर्घटनाग्रस्त भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर के अंतिम क्षणों के रूप में सामने आया है। रक्षा और पुलिस सूत्रों ने कहा कि वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि की जा रही है।

मामले की होगी ट्राई-सर्विस इनक्वॉयरी
चॉपर क्रैश मामले की ट्राई-सर्विस इनक्वॉयरी होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में ये जानकारी दी। इस हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य जवानों की मौत हो गई थी। ट्राई सर्विस टीम की अगुवाई एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। मानवेंद्र वेलिंगटन पहुंच चुके हैं और मामले की जांच भी शुरू कर दी कर दी है।

कौन हैं एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह
एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह भारतीय वायुसेना के ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उन्‍हें 29 दिसंबर 1982 को हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ब्रांच में शामिल किया गया था। उन्‍होंने इसी साल एक फरवरी को भारतीय वायु सेना की दक्षिणी वायु कमान के प्रमुख का कार्यभार संभाला था। सितंबर में उन्हें एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ(ट्रेनिंग कमांड) की जिम्मेदारी दी गई।