Ladakh में उखड़ने लगे china सेना के तंबू लौटने लगे सैनिक और टैंक see photos

लद्दाख (Ladakh) के पैंगोंग सेक्टर्स (Pangong sectors) से चीन सेना (Chinese army) पीछे हटने लगी है। भारतीय सेना (indian army) चीन सेना के पीछे हटने की एक-एक गतिविधि पर हाई-डिफेंस कैमरों से नजर रखे हुए है। एक-एक वाहन, बंकर, टैंक और सैन्य कर्मियों को देखा जा रहा है। खास बात यह है कि बुधवार यानी 17 फरवरी को भारत और चीन सेना के पीछे हटने के पहले चरण की समीक्षा करेंगे।

भारतीय सेना की ओर से जारी फोटोज में दिख रहा है कि चीन सेना की बख्तरबंद गाड़ियां और टैंकों लौट रहे हैं। एक फोटो में बंकर नजर आ रहे हैं तो दूसरे में चीन के सैनिक इन्हें ध्वस्त करते दिख रहे हैं। 

11 फरवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (rajnath singh) ने संसद में दोनों देशों में बीच बने समझौते की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि भारतीय चौकी फिंगर 3 के पास धन सिंह थापा पोस्ट और चीन की चौकी फिंगर 8 के पूर्व में रहेगी।

इसके बाद विपक्षी पार्टियों, खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul Gandhi) ने सरकार को यह कहते हुए घेरा था कि फिंगर 3 से 4 के बीच की जमीन चीन को दे दी गई है।

विपक्ष के बयानों पर रक्षा मंत्रालय ने साफ किया था कि भारतीय क्षेत्र फिंगर 4 तक होने का दावा स्पष्ट रूप से गलत है। भारत का क्षेत्र भारत के नक्शे द्वारा दर्शाया गया है और इसमें 1962 से चीन के अवैध कब्जे में वर्तमान में 43,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक का क्षेत्र शामिल है। यहां तक कि भारतीय धारणा के अनुसार वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) भी फिंगर 8 पर है, फिंगर 4 पर नहीं। यही कारण है कि भारत ने चीन के साथ मौजूदा समझ सहित फिंगर 8 तक गश्त करने का अधिकार लगातार बनाए रखा है।

रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि पैंगोंग त्सो के उत्तरी तट पर दोनों पक्षों की स्थाई चौकियां पुरानी और सुस्थापित हैं।