फतेहपुरा-बांसा की 100 बीघा भूमि पर 11 हजार पौधों से विकसित होगा पारिजात उद्यान

ग्राम पंचायत प्रशासन और आई.सी.आई.सी.आई फाउण्डेशन की वर्चुअल बैठक में शामिल पदाधिकारी।

जयपुर जिले के गांव फतेहपुरा में ग्राम पंचायत प्रशासन और आई.सी.आई.सी.आई फाउण्डेशन के साझा प्रयासों से 100 बीघा क्षेत्र में फैला पारिजात उद्यान आकार लेने लगा है। जहां 8 हजार से अधिक पौधे लगने के साथ नई कोपलें ग्रामीणों को सुखद अहसास दे रही हैं।

शुक्रवार को पारिजात उद्यान को लेकर वर्चुअल कार्यक्रम में आई.सी.आई.सी.आई फाउण्डेशन और ग्राम पंचायत के बीच एमओयू हुआ। सरपंच बाबूलाल गुर्जर ने कहा, पारिजात उद्यान कुछ ही वर्षों में न केवल युवाओं के लिए रोजगार सृजन कर जीविकोपार्जन में सहायक बनेगा, वरन पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में एक मददगार बनेगा। इस तरह की पहल संभवत: देश में पहली अनुकरणीय पहल है।

सरपंच गुर्जर ने पारिजात उद्यान को तैयार के लिए उन्होंने आई.सी.आई.सी.आई फाउण्डेशन प्रबंधन का आभार जताया। उन्होंने पंचायत के जिम्मेदार नागरिकों की कमेटी गठित कर पारिजात उद्यान की नियमित रूप से देखभाल का संकल्प भी लिया।

ग्राम विकास अधिकारी द्वारिका प्रसाद यादव ने पारिजात उद्यान की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि पारिजात उद्यान में 11 हजार फलदार और पशुओं की चराई वाले पौधों को वृक्षों के रूप में तब्दील किया जाएगा। यहां 8 हजार से अधिक पौधे लगाए जाने के साथ ही 3.10 लाख लीटर क्षमता का पॉलीपौंड तैयार हो चुका है। पौधों की सुरक्षा के लिए फैसिंग भी कराई गई है।

आई.सी.आई.सी.आई फाउण्डेशन के सीओओ अनुज अग्रवाल ने कहा, पारिजात उद्यान अब गांव के युवाओं, बेरोजगारों और वंचित वर्ग को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने वाला साबित होगा। पंचायत को आर्थिक मोर्चे पर सक्षम करेगा।

वर्चुअल कार्यक्रम में फाउण्डेशन के जोनल हैड संजय चौधरी, ग्रामीण विकास पहल कार्यक्रम के अध्यक्ष सुकेतु कुमार, प्रोग्राम मैनेजर सुनील शेखर शर्मा, विकास अधिकारी परमवीर सिंह, नेहरू युवा केन्द्र के रामबाबू शर्मा, पंचायत के नरेंद्र कुमार शर्मा, ग्रामवासी छाजूराम गुर्जर, रामगोपाल गुर्जर और अन्य लोग मौजूद रहे।