मां गायत्री के मंत्रों की शक्ति से मृत्युसैया से उठ खड़े हुए गढ़वाल उत्तराखंड के आचार्य कविराज पैन्यूली

आचार्य कविराज

भारत (india) ध्यान, अध्यात्म और योग की भूमि है। हम अक्सर सुनते हैं कि मंत्रों की शक्ति से हमारे ऋषि-मुनि असंभव को संभव कर देते थे। आज भी मंत्रों की शक्ति से चमत्कार हो रहे हैं। मां गायत्री के मंत्र से गढ़वाल (उत्तराखंड) निवासी आचार्य कविराज पैन्यूली का जीवन परिवर्तित हो गया है। आचार्य कविराज मां गायत्री के उपासक हैं। वो जीवन में दो बार मृत्युसैया तक पहुंच गए थे, लेकिन मां गायत्री की कृपा से आज स्वस्थ हैं। आचार्य कविराज ने गायत्री मंत्र (gayatri mantra) को लेकर अपने अनुभव साझा किए।

आचार्य कविराज के अनुसार मुझ पर मां गायत्री की असीम अनुकंपा रही है। गायत्री महामंत्र है और अकल्पनीय है। मैं अपने जीवन के कुछ अनुभव आपके सामने रखना चाहता हूं। वो बताते हैं कि एक बार मैं बहुत बीमार हो गया। तब मेरी उम्र 10 साल के करीब थी। मेरे परिवार ने मुझे मृत घोषित कर दिया था। मां की कृपा से मैं जीवित हो गया। आचार्य कहते हैं कि मैं आपको प्रभावित करने की चेष्टा नहीं कर रहा हूं। किसी प्रकार की बनावटी बात नहीं कर रहा हूं। मुझे जीवन में बहुत से ऐसे अनुभव हुए हैं, जिन्हें मैं बताने भी असमर्थ हूं।

आचार्य के अनुसार कुछ साल पहले एक वाहन दुर्घटना में मैं गंभीर रूप से घायल हो गया था। किसी को मेरे जीवत बचने की उम्मीद नहीं थी। जब मेरे साथ यह हादसा हुआ, तब मेरे घर पर मात्र 1500 रुपए थे, जो मैंने अपनी धर्मपत्नी को दिए थे। वो कहते हैं कि मेरे जीवन में बहुत से लोगों का सहयोग रहा है। उन्होंने मुझे अस्पताल में भर्ती कराया। ये मां गायत्री की ही कृपा है। मैंने लगभग 7 अस्पताल बदले। सब जगह मेरी स्थिति को देख डॉक्टरों ने मुझे आगे रैफर कर दिया।

अपने अनुभव को साझा करते हुए आचार्य कविराज कहते हैं कि इलाज और घर चलाने को कहां से पैसे आए, मुझे नहीं मालूम। मेरे घर का एक साल का किराया कोई सज्जन दे गए। मकान मालिक ने मुझसे किराया नहीं लिया। जब मैं उन्हें किराया देने जाता था तो वो मना कर देते। मैंने उनसे पूछा, आप किराया क्यों नहीं ले रहे हो तो वो बोले, कोई सज्जन आपका किराया दे गए हैं।

आचार्य कविराज कहते हैं कि मैं कोमा में रहा। मुझे चश्मा लग गया। डॉक्टर ने स्पष्ट कहा था कि आपको कभी चश्मा नहीं उतारना है। आपकी आंखें बहुत कमजोर हो गई हैं। मां गायत्री के मंत्रों के जाप और उनकी अद्भुत शक्ति मेरा चश्मा उतर गया। मुझे पैरालाइसिस हो गया था। गायत्री मंत्र का जाप करके मैं आज सेहतमंद हूं। आचार्य कविराज सलाह देते हैं कि सभी मनुष्यों को जीवन में मां गायत्री के मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए, ताकि मंत्रों की शक्ति सभी की रक्षा करे।