मानवता के लिए टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर चर्चा के लिए IIM उदयपुर में जुटे दुनियाभर के टेक विशेषज्ञ

आईआईएम उदयपुर (IIM Udaipur) के इनक्यूबेशन सेंटर ने पहली बार ‘टेक फॉर ह्यूमैनिटी’ के उपयोग का जश्न मनाने के लिए ग्लोबल टेक कम्युनिटी की मेजबानी की। इस दौरान दुनियाभर के टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट, इनोवेटर, एंटरप्रेन्योर, इंडस्ट्री के अग्रणी लोग और वैज्ञानिक आईआईएम उदयपुर के कैम्पस में जुटे।

डेरा सच्चा सौदा के भंडारे में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब लाखों लोगों ने लिया नशामुक्ति का संकल्प

राजस्थान (rajasthan) को स्वच्छता की सौगात देने के पश्चात रविवार को गुलाबीनगरी जयपुर (Jaipur) में डेरा सच्चा सौदा (dera sacha sauda) के श्रद्धालुओं का एक बार से जनसैलाब उमड़ पड़ा। मौका था डेरे के दौलतपुरा स्थित रूह-ए-सुख आश्रम सहित जयपुर शहर के एक साथ सात स्थानों पर पावन भंडारे का।

श्रम मंत्रालय के बाल कल्‍याण बजट में कमी से बालश्रम और बाल दुर्व्‍यापार के मामलों में हो सकती है वृद्धि

‘बचपन बचाओ आंदोलन’ ने केंद्रीय बजट में श्रम मंत्रालय के बच्‍चों के कल्‍याण के लिए बजट आवंटन में की गई कमी पर चिंता जाहिर की है। पिछले साल की तुलना में इस साल श्रम मंत्रालय के के इस मद में 33 प्रतिशत की कटौती की गई है।

जयपुर में ब्रजभाषा अकादमी ने मनाया गणतंत्र दिवस संग बसंत पंचमी पर्व

गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी के अवसर पर झालाना स्थित अकादमी संकुल परिसर में राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संस्कृत अकादमी की अध्यक्ष डॉ. सरोज कोचर ने ध्वजारोहण किया।

कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन ने मनाया सुरक्षित बचपन दिवस

‘उसकी क्‍या गलती थी...’ इस गीत के बोल हर सुनने वाले को भीतर तक झकझोर गए। क्‍या एक लड़की की गलती है कि वो जॉब करने जा रही है?  पढ़ाई के लिए स्‍कूल\कॉलेज या कोचिंग जा रही है? या फिर दोस्‍तों के साथ थोड़ी मौज मस्‍ती के बाद घर लौट रही है? बेटियों के साथ होने वाली दरिंदगी और हाल ही में राजधानी के कंझावला इलाके में हुई लड़की की दर्दनाक मौत के बाद ऐेसे कई सवाल हैं, जो पूरी दिल्‍ली और देशवासियों को कचोट रहे हैं।

The Jaipur Dialogues इतिहास पर आंसू नहीं बहाएं present को स्वर्णिम काल में बदलें

द जयपुर डायलॉग के दूसरे दिन इतिहासकार विक्रम संपत ने कहा कि देश में विभिन्न तरीकों से हिन्दुत्व का विरोध किया गया है। जो मुगल काल से आजादी के बाद भी जारी रहा। अब नए इतिहास पर ध्यान दिया जाना चाहिए। फिल्मों में हिन्दुस्तान की बेटी-महिलाओं की नीलामी के दृश्य दिखाकर देश-विदेश में हमारी संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया गया। संपत ने कहा कि इतिहास पर आंसू नहीं बहाएं, वर्तमान को स्वर्णिम काल में बदलें।

The Jaipur Dialogues वैचारिक महाकुंभ में वक्ताओं ने पूछा अमृत काल से निकला विष कौन पिएगा

जयपुर में शनिवार को दो दिवसीय द जयपुर डायलॉग का वैचारिक महाकुंभ प्रारंभ हुआ। पहले दिन छह सत्रों अमृत काल – क्या उम्मीद करें? क्या सभी धर्म समान हैं?, भारत- भूत, वर्तमान और भविष्य, अनुच्छेद 370- हटने के तीन साल बाद मूल्यांकन, लोकतंत्र या सिर्फ वोटों की खरीद? और प्राचीन भारत- राजवंशों या विज्ञान और कला का इतिहास? में वक्ताओं ने खुलकर विचार रखे। जहां वक्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी को कटघरे में रखा, वहीं पूछा कि अमृत से पहले जो विष निकलेगा, उसे कौन पिएगा?

15 साल की कोमल की कहानी जिसे अपनों ने ठगा पहले धोखे से बाल विवाह फिर अनचाहा गर्भ और आखिर में आजादी

15 साल की कोमल अपनी पढ़ाई को जारी रखना चाहती थी, लेकिन परिवार के आर्थिक हालात इसकी मंजूरी नहीं दे रहे थे। हालांकि, जैसे-तैसे उसने पढ़ाई जारी रखी। यहां तक की उसकी जिंदगी दूसरी किशोरियों की तरह चल रही थी, लेकिन जिंदगी में कभी एक ऐसा मोड़ भी आता है, जो जिंदगी को पूरी तरह से बदलकर रख देता है। कोमल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।

Child Marriage राजस्थान देश में नंबर 2 कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन ने उठाया बाल विवाह रोकने का बीड़ा

नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित कैलाश सत्‍यार्थी द्वारा स्‍थापित कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन (KSCF) ने ‘बाल विवाह मुक्‍त भारत’ अभियान की शुरुआत की।

MOHUA की स्वच्छ टॉयकैथॉन में बेकार हो चुकी सामग्री से बनाएं TOYS

आवासन एवं शहरी मामलों का मंत्रालय (MOHUA) अपशिष्ठ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए खिलौना क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। खिलौनों के लिए राष्ट्रीय कार्ययोजना के तहत एमओएचयूए ने ‘स्वच्छ टॉयकैथॉन’ शुरू किया है, जो नायाब और क्रिएटिव आइडिया के साथ कचरे को खिलौनों में बदलने के लिए एक प्रतियोगिता है।

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