स्वदेशी ऐप Koo की बढ़ रही पॉपुलैरिटी lucknow में app टीम ने पत्रकारों को बताईं कू की बारीकियां

तेजी से पॉपुलर हो रहे स्वदेशी कू ऐप (koo) के दस मिलियन से ज्यादा यूजर्स हो चुके हैं। कू ऐप कैसे काम करता है? इसे लेकर लखनऊ (lucknow) के हजरतगंज में कू ऐप की ओर से पत्रकारों के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में लखनऊ के तमाम पत्रकार शामिल हुए। कू ऐप टीम ने अपने ऐप की बारीकियां पत्रकारों को समझाईं और इस स्वदेशी ऐप के विषय में बताया।

कू ऐप के सीनियर मैनेजर प्रदीप सुरीन ने कहा कि ये ऐप पूरी तरह से स्वदेशी है। एक करोड़ (one crore) से अधिक लोग इस ऐप पर भरोसा करते हैं। कंपनी के मैनेजर वरुण कुमार ने कहा कि यूपी चुनाव से पहले पत्रकारों के लिए इस ऐप पर आना इसलिए जरूरी है, क्योंकि कू ऐप पर यूपी (up) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi adityanath) , उप मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों के अलावा तमाम विपक्षी दल भी अपनी आमद दर्ज करा चुके हैं।

वरुण ने कहा कि यूपी के तमाम मीडिया हाउस भी कू ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। हिंदी भाषा में यूपी के यूजर्स को अपनी खबरें उपलब्ध करा रहे हैं। कू ऐप के जरिए रियल टाइम में लोग, खबरें देख रहे हैं, अपने पसंदीदा नेताओं के विचार जान रहे हैं और अपने विचार भी रख रहे हैं।

कू ऐप की खूबियों के विषय में ऑपरेशन टीम के मैनेजर विकास कुमार और आकांक्षा ने पत्रकारों को बताया। दोनों ने कहा कि कू ऐप के जरिए आप फोटो और वीडियो शेयर कर सकते हैं। पोल कर सकते हैं। लिंक भी साझा किए जा सकते हैं। प्रदीप सुरीन ने पत्रकारों के सवालों के जवाब भी दिए।