IIHMR University छात्रों ने डिजिटल मास्टरक्लास में सीखा healthcare मार्केटिंग का मंत्र

हेल्थकेयर (healthcare) और रिसर्च (research) के क्षेत्र में अग्रणी आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर (IIHMR University, jaipur) ने कैडिला फार्मास्युटिकल्स (cadila pharmaceuticals) के साथ मिलकर हेल्थकेयर मार्केटिंग-लेसंस एंड ट्रेंड्स विषय पर डिजिटल मास्टरक्लास (digital masterclass) का आयोजन कर स्वस्थ राष्ट्र के लक्ष्य को हासिल करने पर विचार-विमर्श किया। छात्रों के ज्ञान को व्यापक बनाने और दुनियाभर में हेल्थकेयर यूनिवर्सिटीज के पेशेवरों के साथ उन्हें समान अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में यह एक पहल है। विशेष रूप से छात्रों के लिए उद्योग-संबंधित अवधारणाओं को कवर किया गया।

मास्टरक्लास की शुरुआत में प्रतिभागियों को ‘चुस्त रहो, मस्त रहो, दुरुस्त रहो’ के ध्येय वाक्य के साथ प्रेरित किया गया। IIHMR University के डीन, रिसर्च डॉ. डी.के. मंगल ने वक्ताओं का स्वागत किया और चर्चा के लिए सत्र की शुरुआत की।

IIHMR University, jaipur के डीन एसपीएम डॉ. सौरभ कुमार ने सत्र का संचालन करते हुए कहा, हेल्थकेयर मार्केटिंग से संबंधित मास्टरक्लास के हमारे एजेंडे में देश में स्वस्थ वातावरण को बढ़ावा देना, उसकी रक्षा के लिहाज से जनसमूह के लिए संदेश गढ़ना और संवाद करना शामिल है। मास्टरक्लास में हमारा उद्देश्य ग्राहक-केंद्रित, विज्ञान-उन्मुख रणनीतियों का उपयोग करके स्वास्थ्य जानकारी और हस्तक्षेप प्रदान करना है, ताकि विविधतापूर्ण आबादी के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके। इसे बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास किए जा सकें।

कैडिला फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट और वर्टिकल हेड प्रमोद कुमार राजपूत ने डिजिटल और टेक्नोलॉजिकल ईकोसिस्टम के प्रभाव पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के सामने नई चीजों को शुरू करने और सीखने का एक विशेष अवसर है। उन्होंने अपनी यात्रा के विषय में बताया, जहां उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी किए बिना कॉलेज छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि अपनी आशावादी मानसिकता और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के दृढ़संकल्प के साथ उन्होंने आज एक ऐसा मुकाम हासिल किया है, जहां वे हमेशा पहुंचना चाहते थे।

मार्केटिंग के महत्व को समझाते हुए राजपूत ने कहा, मार्केटिंग एक तरह से आपके प्रोडक्ट के बारे में अपने ग्राहकों के साथ आपका संवाद है। पारंपरिक मार्केटिंग का दौर अब खत्म हो गया है और आज के दौर में मार्केटिंग डिजिटल होनी चाहिए, पारंपरिक नहीं। अगर हम उचित प्रयासों के साथ चुनौतियों को स्वीकार नहीं करते हैं तो एक तरह से अपने वक्त को बर्बाद करते हैं।

न्यू नॉर्मल मोटिवेशन के लिए राजपूत ने कहा, अचीवर्स ने कभी भी खुद को उजागर नहीं किया, बल्कि उनकी उपलब्धियों ने उनके बारे में हमें जानकारी दी। करो या मरो पुराने जमाने का फंडा है, आज तो यह माना जाता है कि इससे पहले कि तुम आंखें मूंद लो, कुछ कर गुजरने की जरूरत है।

राजपूत ने बताया कि कैडिला फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड भारत में सबसे बड़ी निजी दवा कंपनियों में से एक है। पिछले छह दशकों से कंपनी दुनिया भर में रोगियों के लिए सस्ती दवाओं का विकास और निर्माण कर रही है।