क्या आपने खाया है ज्वार इमली और काली मिर्च के रस से तैयार organic honey

ट्राइब्स इंडिया (Tribes India) के आउटलेटों और 8वें ‘हमारे घर से आपके घर’ अभियान में वेबसाइट में 35 से अधिक नए आकर्षक, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले उत्पाद शामिल किए गए हैं। यह अभियान जनजातीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत ट्राइफेड द्वारा 8 सप्ताह पहले शुरू किया गया था। अभियान का उद्देश्य पूरे देश के जनजातीय समूहों से कारगर, प्राकृतिक और आकर्षक उत्पादों को मंगाना है, ताकि इन उत्पादों की पहुंच लोगों तक हो सके।

इस सप्ताह के प्रमुख उत्पादों में तमिलनाडु के मलयाली जनजाति का प्राकृतिक, ताजा, ऑर्गेनिक उत्पाद जाइंट रॉक बी हनी (organic Giant Rock Bee Honey) प्रमुख है। यह शहद ज्वार, इमली और काली मिर्च के रस से तैयार होता है। मलयाली जनजातीय समूह (Malayali tribes) उत्तर तमिलनाडु (Tamil Nadu) में पूर्वी घाट से आता है। उस क्षेत्र में इनकी आबादी लगभग 3,58,000 है और सबसे बड़े जनजातीय समूह है। जनजातीय लोग सामान्य रूप से पर्वतीय किसान हैं और विभिन्न प्रकार के ज्वार उत्पादन करते हैं।

जनजातीय समूह से प्राप्त अन्य उत्पादों में आकर्षक बारीक मालों से बने जेवर (मुख्यतः गले की शोभा वाले) हैं, जिसे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पतेलिया जनजातीय (Patelia tribe) लोग तैयार करते हैं। इन लोगों का मुख्य आधार कृषि है, लेकिन झाबुआ के दस्तकारों द्वारा बनाए गए सुंदर रंगीन जेवर उनकी असाधारण दस्तकारी दिखाते हैं।

अन्य उत्पादों में जैविक दाल और मसाले हैं, जो गुजरात (gujrat) के वसावा जनजातीय (Vasava tribes) लोगों से प्राप्त हुए हैं। अन्य उत्पादों में शहद, जैम और झारखंड (Jharkhand) के खरवार तथा ओराव जनजातीय (Kharwar and Oraon tribes) लोगों द्वारा उपजाए गए दो विशिष्ट प्रकार के चावल तथा झारखंड के आदिम जनजातीय लोगों तथा लोहरा जनजाति द्वारा तैयार उत्पाद (चकला और बेलन) तथा धातु की बनी जालियां हैं।