चंद घंटों में आनंद महिंद्रा ने पूरी कर दी कनैलमेन लौंगी भुईयां के मन की मुराद

कनैलमेन लौंगी भुईयां को ट्रैक्टर सौंपती महिंद्रा की टीम।

बिहार के गया जिले के लौंगी भुईयां को तो नहीं भूले हैं, वही 70 वर्षीय किसान, जिन्होंने पहाड़ काटकर तीन किलोमीटर लंबी नहर खोद दी है, ताकि गांव के तालाब में पानी आ सके। लौंगी भुईयां की 30 साल की मेहनत का नतीजा यह है कि आज तीन गांवों में पानी की समस्या दूर हो गई है। उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने उन्हें भेंट स्वरूप ट्रैक्टर दिया है।

18 सितंबर को रोहिन कुमार नाम के युवक ने ट्वीट कर कहा कि लौंगी भुईयां ने अपने ज़िंदगी के 30 साल लगाकर नहर खोद दी। उन्हें अभी भी कुछ नहीं चाहिए, सिवा एक ट्रैक्टर के। उन्होंने मुझसे कहा है कि अगर उन्हें एक ट्रैक्टर मिल जाए तो उनकी बड़ी मदद हो जाएगी। रोहित ने अपने ट्वीट में महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा को टैग किया।

आनंद महिंद्रा ने रोहित के ट्वीट के जवाब में 19 सितंबर को ट्वीट किया कि उनको ट्रैक्टर देना मेरा सौभाग्य होगा। आपको पता होगा, मैंने ट्वीट किया था, यह नहर ताज या पिरामिड जैसा प्रभावशाली स्मारक है। उन्हें ट्रैक्टर देना हमारे लिए सौभाग्य की बात होगी।

आनंद महिंद्रा ने 20 सितंबर यानी रविवार को ट्वीट करके बताया कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा, मैंने कल बिहार के कनैलमेन को ट्रैक्टर भेंट करने की बात कही थी और शाम तक हमारी टीम ने यह कर दिखा। वेलडन टीम।

जब लौंगी भुईयां की कहानी 13 सितंबर को दुनिया के आगे आई थी, उस दिन भी आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि दशकों तक कठिन परिश्रम और पसीना बहाकर कई शानदार स्मारकों का निर्माण किया गया, लेकिन वो केवल राजाओं द्वारा स्वयं के विजन के लिए श्रम का उपयोग भर था। मेरे लिए तो यह नहर पिरामिड या ताज से कम शानदार नहीं है।

आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहते हैं। जब भी वो किसी को लीक से हटकर कार्य करते देखते हैं, तत्काल उसकी मदद करते हैं। पहले भी उन्होंने बहुत से जरूरतमंद लोगों की मदद की है। यदि सभी उद्योगपति आनंद महिंद्रा जैसी सोच रखें तो समाज का बहुत भला होगा।